बेजुबानों के लिए आदिवासियों के पैरों पर गिरी महिला
बेजुबान जानवरों की जिंदगी के लिए पश्चिम बंगाल की महिला फारेस्ट अफसर पूरबी महतो आदिवासियों के पैरों पर गिर पड़ीं।
बेजुबान जानवरों की जिंदगी के लिए पश्चिम बंगाल की महिला फारेस्ट अफसर पूरबी महतो आदिवासियों के पैरों पर गिर पड़ीं। अफसर होने का ईगो दरकिनार कर इस संवेदनशील महिला अधिकारी ने शिकार के लिए जंगल जा रहे आदिवासियों को रोकने के लिए जो कदम उठाया, उसने नई मिसाल कायम की है। बाघों को बचाने के लिए रैली निकालने वाले लोगों के लिए पूरबी महतो का प्रयास अनुकरणीय है।
इलाहाबाद स्थित पुलिस मुख्यालय में आइजी बजट के पद पर तैनात आइपीएस अधिकारी नवनीत सिकेरा ने पूरबी की आदिवासी बुजुर्ग के पैर पकड़े हुई तस्वीर देखकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया और उनके साथ खड़े हो गए। लंबे समय तक आइजी वूमेन पावर लाइन (1090) रहे नवनीत सिकेरा ने महिला अधिकारी के इस कदम की खुले दिल से सराहना की, जिसके बाद सोशल मीडिया पर पूरबी के जज्बे को सलाम करने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में पूरबी महतो एडिशनल डिविजनल फॉरेस्ट अफसर के पद पर तैनात हैं। मिदनापुर पश्चिम में आदिवासियों का क्षेत्र लालगंज है, जहां महाशिकार की एक अजीबोगरीब परंपरा है। इस परंपरा के तहत आदिवासी गांव के लोग इकट्ठा होकर एक साथ जंगल में शिकार करने जाते हैं।
पूरबी महतो ने परंपरा की दुहाई देकर शिकार करने वाले आदिवासियों को रोकने का भरसक प्रयास किया। पुलिस बल के जरिये सख्ती करने के साथ ही आदिवासियों की चेतावनी तक दी लेकिन, उनके कदम नहीं रुके। तब पूरबी ने बेकसूर जानवरों के लिए आदिवासियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना की और उनके पैर तक पकड़ लिए।
तब कुछ बुजुर्ग आदिवासियों के दिल पसीजे और उन्होंने अन्य आदिवासियों को शिकार के लिए जंगल जाने से रोका। जो काम सख्ती से न हो सका, उसे महिला अधिकारी के अनोखे कदम ने कर दिखाया।
आइजी नवनीत सिकेरा ने बताया कि दो दिन पूर्व उन्होंने एक वेबसाइट पर पूरबी को एक व्यक्ति के पैर पकड़े हुए तस्वीर देखी थी। तस्वीर देखकर उन्हें लगा कि मामला महिला उत्पीड़न का है। वह जब उसकी तह में गए तो महिला अफसर की शानदार पहल की कहानी सामने आई।
आइजी ने अपने दोस्त व पश्चिम बंगाल में तैनात फारेस्ट आफिसर देवाशीष से संपर्क कर पूरा मामला पता किया और पूरबी से फोन पर सीधे बात भी की। बाद में अपने फेसबुक अकाउंट में पूरबी के अनोखे प्रयास को साझा किया।
बेजुबान जानवरों की जिंदगी के लिए पश्चिम बंगाल की महिला फारेस्ट अफसर पूरबी महतो आदिवासियों के पैरों पर गिर पड़ीं।
बेजुबान जानवरों की जिंदगी के लिए पश्चिम बंगाल की महिला फारेस्ट अफसर पूरबी महतो आदिवासियों के पैरों पर गिर पड़ीं। अफसर होने का ईगो दरकिनार कर इस संवेदनशील महिला अधिकारी ने शिकार के लिए जंगल जा रहे आदिवासियों को रोकने के लिए जो कदम उठाया, उसने नई मिसाल कायम की है। बाघों को बचाने के लिए रैली निकालने वाले लोगों के लिए पूरबी महतो का प्रयास अनुकरणीय है।
इलाहाबाद स्थित पुलिस मुख्यालय में आइजी बजट के पद पर तैनात आइपीएस अधिकारी नवनीत सिकेरा ने पूरबी की आदिवासी बुजुर्ग के पैर पकड़े हुई तस्वीर देखकर उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया और उनके साथ खड़े हो गए। लंबे समय तक आइजी वूमेन पावर लाइन (1090) रहे नवनीत सिकेरा ने महिला अधिकारी के इस कदम की खुले दिल से सराहना की, जिसके बाद सोशल मीडिया पर पूरबी के जज्बे को सलाम करने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में पूरबी महतो एडिशनल डिविजनल फॉरेस्ट अफसर के पद पर तैनात हैं। मिदनापुर पश्चिम में आदिवासियों का क्षेत्र लालगंज है, जहां महाशिकार की एक अजीबोगरीब परंपरा है। इस परंपरा के तहत आदिवासी गांव के लोग इकट्ठा होकर एक साथ जंगल में शिकार करने जाते हैं।
पूरबी महतो ने परंपरा की दुहाई देकर शिकार करने वाले आदिवासियों को रोकने का भरसक प्रयास किया। पुलिस बल के जरिये सख्ती करने के साथ ही आदिवासियों की चेतावनी तक दी लेकिन, उनके कदम नहीं रुके। तब पूरबी ने बेकसूर जानवरों के लिए आदिवासियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना की और उनके पैर तक पकड़ लिए।
तब कुछ बुजुर्ग आदिवासियों के दिल पसीजे और उन्होंने अन्य आदिवासियों को शिकार के लिए जंगल जाने से रोका। जो काम सख्ती से न हो सका, उसे महिला अधिकारी के अनोखे कदम ने कर दिखाया।
आइजी नवनीत सिकेरा ने बताया कि दो दिन पूर्व उन्होंने एक वेबसाइट पर पूरबी को एक व्यक्ति के पैर पकड़े हुए तस्वीर देखी थी। तस्वीर देखकर उन्हें लगा कि मामला महिला उत्पीड़न का है। वह जब उसकी तह में गए तो महिला अफसर की शानदार पहल की कहानी सामने आई।
आइजी ने अपने दोस्त व पश्चिम बंगाल में तैनात फारेस्ट आफिसर देवाशीष से संपर्क कर पूरा मामला पता किया और पूरबी से फोन पर सीधे बात भी की। बाद में अपने फेसबुक अकाउंट में पूरबी के अनोखे प्रयास को साझा किया।
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Thank you