आग की तस्वीर |
इटारसी, होशंगाबाद जिले के कई गांवों में देर शाम आग लग गई। आग नरवाई में लगी थी। देखते ही देखते ये आग कई गांवों में फैल गई। इस आग में जलकर अब तक तीन लोगों की मौत हो गई है। आज सुबह धोंखेड़ा के पास खेत में जला तीसरा शव मिला है। जिसका नाम गुरु साहब बताया जा रहा है। आग कितनी भयानक थी कि इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि होशंगाबाद, सिवनी-मालवा, इटारसी, आर्डेनेंस फैक्ट्री से फायर टैंडर बुलाने पड़ गए। रात भर एसपी, कलेक्टर और कमिश्नर मौके पर तैनात रहे और राहत-बचाव का काम जारी रहा। फिलहाल आग पर काबू पाने की जानकारी सामने आ रही है।
हवा ने बढ़ाई रफ्तार
आग की वजह से तीन हजार एकड़ से अधिक फसल जलने की आशंका है। रात पौने बारह बजे तक पूरे जिले की दमकलें आग को काबू करने में जुटी हुई थीं। आग का तांडव देखते हुए घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका है। पूरा प्रशासन हाई अलर्ट पर है। उसका आपदा प्रबंधन फेल नजर आ रहा था। शहर के मंगलमय विलास निवासी लोगों ने बताया कि शाम करीब 7 बजे अचानक धूल भरी आंधी के बीच अचानक खेतों में नरवाई में आग लग गई। देखते ही देखते आग से पूरा इलाका घिर गया।
तेज हवा से रहवासी क्षेत्र की ओर पहुंची आग
आग इतनी तेजी से फैली कि कुलामड़ी गांव समेत शहर के मंगलमय विलास, खोजनपुर व नवीन जेल वाला एरिया पूरी तरह आग की लपटों से घिर गया था। आग की लपटें इटारसी रोड समेत पूरे शहर में दिख रहीं थीं। धीरे-धीरे आग इटारसी तक पहुंच गई। ग्राम पांजरा, चीलाचोंद, कढ़ैया, धौखेड़ा, निटाया, निमसाड़िया, डोंगरवाड़ा गांव में आग ने गेहूं की फसल को भी चपेट में ले लिया। तेज धुएं और आग की रोशनी से इटारसी का सीमावर्ती रहवासी इलाका सुर्ख नजर आ रहा था।
नेशनल हाईवे किनारे बसे कई गांव और दोनों शहरों के सीमावर्ती रहवासी इलाके आग से घिरने के कारण लोग दहशत में रहे। आग से बचने के लिए लोग घरों से निकलकर रोड पर इकठ्ठे हो गए। सूचना मिलने पर नपा और सिक्योरिटी पेपर मिल की दमकलें पहुंची। दमकलों, टैंकरों और निजी नलकूपों से आग पर काबू पाने के प्रयास जारी थे। जिला प्रशासन ने पूरे जिले की 21 दमकलों, एंबुलेंस आदि को मौके पर बुला लिया था।
इस दौरान रैलसपुर निवासी विवेक सिंह तोमर (24) आग की चपेट में आकर झुलस गया। उसे अस्पताल पहुंचाया। लुहारिया गांव के पास हाईवे पर दोनों तरफ से आग की लपटों में कई वाहन घिरे हुए थे। कुछ बाइक सवार और ट्रक चालकों के झुलसने की भी सूचना है। ग्राम पांजरा में कमिश्नर और कलेक्टर भी बचाव कार्य के दौरान मौजूद थे। वहीं होशंगाबाद विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा सहित पुलिस और अन्य लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया।
हवा ने बढ़ाई रफ्तार
शाम को काफी तेज आंधी चली जिससे आग ने काफी विकराल रूप धारण कर लिया और उसकी रफ्तार इतनी तेज हो गयी कि आग बुझाने खेतों में घुसा किसान भी भाग नहीं सका और झुलस गया। पांजराकलॉ के किसान जयप्रकाश पटेल ने बताया कि गांव के करीब दस लोग झुलसे हैं, दो बाइक जली, एक डंपर, एक ट्रक और दो मकान आग के हवाले हो गए। श्री पटेल के अनुसार करीब दो हजार मोटर सायकिलें लेकर किसान गांवों से आग बुझाने पहुंचे थे। लेकिन तेज आंधी से जब आग ने विकराल रूप धारण किया तो भगदड़ मच गयी और किसान मोटर सायकिल लेकर भागे तो कई गिरे और घायल भी हुए।
चार दमकल नाकाफी साबित हुई
करीब आधा दर्जन गांवों में हर तरफ आग और तबाही का मंजर था। चार दमकलें आग बुझाने दौड़ रहीं थी। लेकिन जिस गांव तरफ से दमकल आती, उस गांव के लोग रोक लेते और वह आगे ही नहीं बढ़ पाती। किसी तरह पांजराकला तक एक दमकल आ सकी लेकिन उससे गांव को बचाने को प्राथमिकता दी गई। जो दो मकान आग के हवाले हुए थे, उनकी आग बुझाई गयी। फसल और नरवाई हर तरफ आग थी। यह पहली बार हुआ कि इतने बड़े रकबे में आग फैली और इतना बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। देर रात तक किसान खेतों में और गांवों में जागकर सतर्क है कि कहीं आग की चिंगारी फिर न सुलग उठे। पांजराकलॉ, धौंखेड़ा, तारारोड़ा, लुहारियाकलॉ में किसान सड़क पर घूम रहे हैं।
बिजली लाइन पर पेड़ गिरे
तेज आंधी के कारण करीब कई दर्जन छोटे-बड़े पेड़ धराशायी हो गये। कई बड़े पेड़ बिजली की लाइन पर जा गिरे जिससे सारे गांवों की बिजली व्यवस्था ठप हो गयी। हालात इतने खराब हो गए कि गांव के जेटपंप, नलकूप नहीं चलाए जा सके और इसके कारण आग बुझाने के प्राथमिक इंतजाम नहीं हो सके। केवल झाडिय़ां, कुंए, स्प्रे पंप से किए गए प्रयास बौने साबित हुए। दमकल के इंतजार में ही आग तेजी से फैलती गयी। हवा ने आग को तेजी से दौड़ाया। इतनी तेजी से आग दौड़ रही थी कि किसान उसके बराबर नहीं भाग सका। देखते-देखते आग कई किलोमीटर तक चली गयी और अपने पीछे छोड़ गई सिर्फ तबाही का मंजर।
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