"शिक्षक"
जो हमें शिक्षा का आधार दे,
जो हमें जीने को व्यवहार दे।
जो हमें आशिर्वाद के रूप में,
अपने ज्ञान का ही उपहार दे।।
जो जीवन को अपने सार दे,
जो संग शिक्षा के संस्कार दे।
ज़िन्दगी के कुछ पल देकर ही,
जो अपना जीवन सँवार दे।।
जो अपने ज्ञान चक्षुओं से,
तम अज्ञानता का मिटाए।
बिन कोई लालच, आस के,
सबको ज्ञान का पाठ पढ़ाए।।
राहें अक्सर काँटों भरी होती हैं,
मग़र जो काँटों को फूल बनाए।
उलझनें बहुत आती हैं जीवन में,
मग़र जो हर उलझन को सुलझाए।।
जीवन एक ड़ोलती नैया है,
जो इसे सही दिशा दिखाए।
जो गुस्सा में होते हुए भी,
प्यार से सब कुछ सिखाए।।
अंदर से मखमल-सा नरम,
पर बाहर से सख्ती दिखाए।
अंदर से समंदर-सा शांत,
पर बाहर से गुस्सा दिखाए।।
जो गलत राह से भटकाकर,
सबको नेकी की राह दिखाए।
सच्चे साथी सा व्यवहार करे,
वही सच्चा शिक्षक कहाए।।
-हंशु
थोई, सीकर (राजस्थान)
जो हमें शिक्षा का आधार दे,
जो हमें जीने को व्यवहार दे।
जो हमें आशिर्वाद के रूप में,
अपने ज्ञान का ही उपहार दे।।
जो जीवन को अपने सार दे,
जो संग शिक्षा के संस्कार दे।
ज़िन्दगी के कुछ पल देकर ही,
जो अपना जीवन सँवार दे।।
जो अपने ज्ञान चक्षुओं से,
तम अज्ञानता का मिटाए।
बिन कोई लालच, आस के,
सबको ज्ञान का पाठ पढ़ाए।।
राहें अक्सर काँटों भरी होती हैं,
मग़र जो काँटों को फूल बनाए।
उलझनें बहुत आती हैं जीवन में,
मग़र जो हर उलझन को सुलझाए।।
जीवन एक ड़ोलती नैया है,
जो इसे सही दिशा दिखाए।
जो गुस्सा में होते हुए भी,
प्यार से सब कुछ सिखाए।।
अंदर से मखमल-सा नरम,
पर बाहर से सख्ती दिखाए।
अंदर से समंदर-सा शांत,
पर बाहर से गुस्सा दिखाए।।
जो गलत राह से भटकाकर,
सबको नेकी की राह दिखाए।
सच्चे साथी सा व्यवहार करे,
वही सच्चा शिक्षक कहाए।।
-हंशु
थोई, सीकर (राजस्थान)
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Thank you